धमतरी जिले में स्थित माडमसिल्ली बांध
रायपुर, भिलाई भी जाता है गंगरेल का पानी
उम्मीद है कि यह बारिश इसी तरह दो से तीन दिन और हुई तो सभी बांध लबालब हो जाएंगे. बांधों के भर जाने से किसानों में भी खुशी है. साथ ही जिला प्रशासन भी काफी राहत महसूस कर रहा है, क्योंकि इन बांधों से न सिर्फ सिंचाई होती है बल्कि रायपुर, धमतरी और भिलाई जैसे शहरों को पीने का पानी भी दिया जाता है. साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र को चलाने के लिए भी गंगरेल बांध से ही पानी दिया जाता है. इस तरह से धमतरी के बांधों के भर जाने से पूरे छत्तीसगढ़ को बड़ी राहत मिली है।
जानिए धमतरी जिले के बांधों में कितना है पानी
आंकड़ों की बात करें तो 32.15 टीएमसी वाले गंगरेल बांध में 15.004 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 66 हजार 36 क्यूसेक पानी आ रहा है। अब तक गंगरेल में 40 फीसदी पानी भर चुका है
माडमसिल्ली बांध की क्षमता 5.839 टीएमसी है, जिसमें 2.790 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 15 हजार 682 क्यूसेक पानी आ रहा है. अब तक माडमसिल्ली में 46.66 फीसदी पानी भर गया है।
10.192 टीएमसी वाले दुधावा बांध में 4.112 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 5 हजार 194 क्यूसेक पानी आ रहा है. दुधावा बांध में 39 फीसदी पानी भर गया है।
6.995 टीएमसी वाले सोंढूर बांध में 3.44 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 3 हजार 565 क्यूसेक पानी आ रहा है. इस तरह सोंढूर में 43.97 फीसदी पानी भर गया है।