इस अवसर पर अपने संबोधन में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि-जब भी धरती में पृथ्वी एवं जलवायु का संतुलन बिगड़ता है तो उसकी त्रासदी पूरी दुनिया को झेलनी पड़ती है । कोविड के दौर में आक्सीजन का प्रभाव पूरी दुनिया ने देखा है, इसलिए हमारा प्रयास होना चाहिए कि वृक्षारोपण एवं पर्यावरण सुधार कर लोगों के जीवन स्तर को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाये । लोगों को शुद्व आक्सीजन मिल सके इसके लिए देश एवं प्रदेश में ‘आक्सीजोन’’का निर्माण किया जाना चाहिए । धरती में पानी के गिरते हुए स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए माननीय अध्यक्ष ने कहा-कि धरती में 97 प्रतिशत पानी समुद्र का है एवं खारा है, बचे हुए 3 प्रतिशत पानी मे से 2.5 प्रतिशत पानी ग्लेशियर का है । इसलिए पानी के बचाव एवं उसके संरक्षण का भी पूरा प्रयास किया जाना चाहिए । बढ़ते हए तापमान पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि-इस वर्ष दिल्ली का तापमान 52 डिग्री तक पहुंच गया था । जंगल कटेंगे पेड़ नही लगेंगे तो धरती का संतुलन कैसे होगा, सभी घरों में सौर ऊर्जा लगाये जाने एवं सभी घेरों में वाटर रीचार्ज करने पर भी जोर दिया । उन्होंने यह भी कहा-कि युवा आगे बढ़े और प्रदेश को आगे ले जायें।
इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा-कि 45 प्रतिशत से अधिक वन संपदा छ.ग. राज्य में है, अतः जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा रखी, मै आप सभी को बधाई देता हॅू । छ.ग. को एक विकसित राज्य बनाने में मान. विधान सभा अध्यक्ष ने हमेशा, सहयोग किया और मै जहॉ भी जाता हॅू, वहॉ पर लोग ‘‘आक्सीजोन’’ बनाने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि-जलवायु परिवर्तन पर चिंता करने की ओर कार्य करने की आवश्यकता है। एवं पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण करना यह हम सब की सामूहिक जवाबदारी है।
इसके पूर्व अपने संबोधन में विधान सभा सचिव श्री दिनेश शर्मा ने कहा कि- युवा शक्ति अक्षय ऊर्जा के स्रोत होते हैं, युवा राष्ट्र का भविष्य होते हैं एवं युवाओं की भूमिका का समाज एवं देश को सकारात्मक उपयोग करना चाहिए ।
कार्यक्रम के अंत में ‘‘नेहरू युवा केन्द्र संगठन’’ के अर्पित तिवारी द्वारा सभी उपस्थित जनों के प्रति आभार व्यक्त किया गया ।